बुधवार, 5 अप्रैल 2023

चुनाव व अदालत में ट्रंप

चंदन शर्मा

एक पोर्न स्टार को अवैध भुगतान के मामले में पूर्व अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की गिरफ्तारी और न्यूयार्क की अदालत में पेशी ने आने वाले राष्ट्रपति चुनाव को बेहद दिलचस्प मोड़ पर ला खड़ा किया है। रिपब्लिकन पार्टी की ओर से होने वाले चुनाव में राष्ट्रपति पद की उम्मीदवारी का दावा करने वाले ट्रंप वैसे तो 76 वर्ष के हो चुके हैं पर उनसे उम्रदराज रहे वर्तमान राष्ट्रपति बाइडेन के प्रतिद्वंदी उम्मीदवार के रूप में उनकी लोकप्रियता अभी भी बनी हुई है। गौरतलब है कि ट्रंप ने अपने उपर लगे सभी 30 से ज्यादा आरोपों से इंकार किया है और कहा है कि ये सारे आरोप उनपर राजनीतिक षड्यंत्र के रूप में लगाए गए हैं ताकि वे आने वाले समय में चुनाव नहीं लड़ पाएं। गौरतलब है कि ट्रंप ने अदालत में पेशी के बाद अपने समर्थकों को भी संबोधित किया जिसमें उन्होंने फिर से अमेरिकी गौरव के वापसी की बात की है।

 दिलचस्प तथ्य यह है कि डोनाल्ड ट्रंप के मुकाबले में उन्हीं की रिपब्लिकन पार्टी की ओर से राष्ट्रपति पद के उम्मीदवार की दावेदार निक्की हेली ने इन आरोपों के लिए मौजूदा अमेरिकी प्रशासन और सरकार की कड़ी आलोचना कर चुकी हैं और कह चुकी हैं कि ये सारे आरोप राजनीतिक विद्वेष से लगाए गए हैं। भारतीय मूल की निक्की हेली अमेरिकी राष्ट्रपति के आगामी चुनावों के लिए ट्रंप के बाद उनकी पार्टी में दूसरी सबसे लोकप्रिय दावेदार मानी जाती हैं। हांलाकि लोकप्रियता के ग्राफ में वह अभी ट्रंप से काफी पीछे है। निक्की हेली अमेरिका के लुसियाना प्रांत की गर्वनर रह चुकी हैं और साथ ही ट्रंप सरकार के दौरान संयुक्त राष्ट्र में अमेरिका की स्थायी प्रतिनिधि रह चुकी हैं। ऐसे में ट्रंप के साथ निक्की हेली का इस मुश्किल समय में खड़ा होना काफी मायने रखता है।

खासकर तब जबकि अमेरिकी चुनाव के मामले में अदालत का एक निर्णायक स्तर पर मौजूदगी का रास्ता साफ हो चुका है और यह सामान्य राजनीतिक या चुनावी हथकंडों से कहीं ज्यादा जाकर व्यक्तिगत मान-सम्मान तक पहुंच चुका हो। गौरतलब है कि इस प्रकरण से ट्रंप अमेरिका के पहले ऐसे पूर्व राष्ट्रपति बन चुके हैं जिनपर आपराधिक मुकदमे दर्ज किए गए हों। चूंकि ट्रंप स्वयं भी आगामी राष्ट्रपति चुनाव में एक दावेदार उम्मीदवार हैं, ऐसे में इन चुनावों में सारी दुनिया के साथ-साथ भारत की भी नजरें टिकी हुई हैं। वैसे भी अमेरिकी घटनाक्रम से दुनिया का शायद ही कोई देश अछूता रह पाता हो।       

कोई टिप्पणी नहीं:

एक टिप्पणी भेजें